हस्तरेखा, हथेली की लकीरों को कहते हैं. हस्तरेखा शास्त्र, हथेली की रेखाओं के अध्ययन से व्यक्ति के भविष्य, स्वास्थ्य, धन, करियर, और अन्य पहलुओं का पता लगाने का विज्ञान है. हस्तरेखा शास्त्र में कई तरह की रेखाओं का अध्ययन किया जाता है,
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक, हाथ की बनावट, उंगलियों का आकार और चिह्न व्यक्ति के भविष्य और वर्तमान के बारे में बताते हैं. यह रेखाएं व्यक्ति की बुद्धि और विवेक के बारे में भी बताती है. वहीं हाथ में धन, जीवन और ह्रदय रेखाएं होतीं हैं.
ज्योतिष शास्त्र में हस्त रेखा को बहुत बड़ा महत्व दिया गया है। माना जाता है कि हस्तरेखा की सहायता से किसी व्यक्ति के भविष्य का अनुमान लगाया जा सकता है।
जिनमें से कुछ प्रमुख रेखाएं ये हैं:
हृदय रेखा, मस्तिष्क रेखा, जीवन रेखा, शनि रेखा, सूर्य रेखा, बुध रेखा, शुक्र रेखा.
हस्तरेखा शास्त्र से जुड़ी कुछ खास बातेंः
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक, किसी व्यक्ति के हाथ में मौजूद रेखाओं से उसके जीवन के बारे में, उसकी आदतों, और गुणों के बारे में जानकारी मिलती है.
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक, किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए, उस हाथ की मनी लाइन को देखना चाहिए जिस हाथ से वह सबसे ज़्यादा काम करता है.
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक, अगर किसी व्यक्ति की धन रेखा सीधी है, तो इसका मतलब है कि वह भविष्य में खूब पैसे कमाएगा.
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक, अगर किसी व्यक्ति की हथेली में कई छोटी-छोटी रेखाएं जीवन रेखा को काटती हैं, तो इसे अशुभ माना जाता है.
Hast Rekha Shastra:ज्योतिष शास्त्र में हस्त रेखा को बहुत बड़ा महत्व दिया गया है। माना जाता है कि हस्तरेखा की सहायता से किसी व्यक्ति के भविष्य का अनुमान लगाया जा सकता है। हस्तरेखा ज्योतिष में किसी व्यक्ति के हाथ के आकार, हथेली की लकीर आदि का अध्ययन करके उस व्यक्ति के भविष्य की जानकारी का पता लगाया जाता है। आइए जानते उन रेखाओं के बारे में जिनसे जिंदगी की महत्वपूर्ण बातों का पता लगाया जा सकता है।
1.विवाह रेखा
यह रेखा छोटी वाली उंगली के नीचे समानांतर पाई जाती है। ये रेखा जितनी साफ होगी वैवाहिक जीवन उतना ही अच्छा होगा। इस रेखा के ऊपर या नीचे की तरफ जाने से विवाह समस्या का कारण बनता है। इस रेखा का टूटा होना विवाह विच्छेद का कारण बनता है।
2.प्रेम रेखा
चंद्रमा या शुक्र पर्वत पर छोटी रेखाओं का होना प्रेम की सूचना देता है। अगर यह खासकर गुलाबी हो तो प्रेम संबंध की शुरुआत मानी जाती है। वहीं जब यह अत्यंत उभरा हुआ हो तो प्रेम विवाह के योग बनते हैं। अगर दोनों पर्वतों पर जाल हो तो प्रेम विवाह में सफलता नहीं मिलती है।
3.संतान रेखा
विवाह रेखा के ऊपर और शुक्र पर्वत की जड़ में संतान रेखा की स्थितियां होती हैं। यहां पाए जाने वाले क्रॉस, तिल, शाखा संतानोत्पत्ति में परेशानी खड़ी करते हैं।
4.रोजगार रेखा
शनि पर्वत पर पाई जाने वाली रेखा और हाथ में ऊपर उठने वाली रेखा रोजगार के क्षेत्र को निर्धारित करती है। अगर पर्वतों का उभार कम और हाथ की रंगत कम हो तो इससे रोजगार में समस्या आती है।
5.स्वास्थ्य रेखा
जीवन रेखा से बुध पर्वत की ओर जाने वाली रेखा से स्वास्थ्य के बारे में जाना जा सकता है। इस रेखा पर अगर वर्ग हो तो बहुत उत्तम होता है। लेकि